हरीश थपलियाल टीवी पत्रकार
उत्तरकाशी/ चिन्यालीसौड़। टिहरी बांध की झील में जमा कचरा ग्रामीणों की जान का दुश्मन बना हुआ है। झील में जमा कचरे से लीसा डिपो के समीप लगी मोटर नाव की आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है। इसके चलते दुर्घटना की संभावना बनी हुई है।

टिहरी झील में जमा कचरे में ग्रामीणों को झील पार करवा रही नाव आधे-आधे घंटे तक फंस रही है। इस कारण मंगलवार को नेरी-तुल्याड़ा, गैलाड़ी आदि गाँव के स्कूली बच्चे विद्यालय नहीं पहुंच सके। यह सब टिहरी झील में जमा कचरे की बदौलत हो रहा है।
लंबे समय से खतरे का सबब बने इस कचरे को हटाने की ग्रामीण कई बार टीएचडीसी, जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं, लेकिन कचरा अब तक नहीं हटाया जा सका। प्रशासन की यह लापरवाही लोगों की जिंदगियों पर भारी पड़ रही है।उधर धरासू जोगत मोटर मार्ग भी तुल्याड़ा और नेरी के बीच लैंड स्लाइड से रोजाना बाधित हो रहा है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों की जिंदगी खतरों से जूझ रही है। एक मात्र सहारा बने नाव से झील पार कर रहे ग्रामीण चिन्यालीसौड़ से अपने गांवों की और जा रहे है। लेकिन झील में ऊपरी हिस्सों से बहकर आया कचरा भारी संख्या में चिन्यालीसौड़ के आसपास एकत्र हो रखा है। इसके चलते नाव की आवाजाही भी बाधित हो रही है। इस कचरे को हटाने के लिए ग्रामीण कई बार जिला प्रशासन के साथ ही टीएचडीसी से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कचरा हटाने का काम शुरू नहीं हुआ है।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शूरवीर रांगड़ ने बताया की यदि THDC झील में जमा कचरा जल्द नहीं हटाएगा तो व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि झील से उठ रही दुर्गन्ध से लोग बीमार भी पड़ने लगे है। बावजूद इसके THDC मौन है।
इस दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष कृष्णा नौटियाल ने जानकारी दी कि झील में जमा कचरा नहीं हटा तो व्यापार संघ भी इसका पुरजोर विरोध करेगा झील में जमा कचरे की वजह से गमरी दिचली के ग्रामीण ब्लॉक मुख्यालय नहीं पहुंच पा रहे है। जिससे व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।